आगामी तीस जून तक रिस्पना व बिन्दाल नदियों से सटी हुई मलिन बस्तियों को हटाये जाने के विरोध में कांग्रेसियों ने नगर निगम में प्रदर्शन करते हुए घेराव किया और कहा कि किसी भी दशा में बस्तियों को हटने नहीं दिया जायेगा और इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
यहां पूर्व विधायक राजकुमार के नेतृत्व में कांग्रेसजन बडी संख्या में नगर निगम पहंुचे और वहां पर जोरदार नारेबाजी के बीच प्रदर्शन कर निगम का घेराव किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा है कि मलिन बस्तियों के निवासी गण चालीस वर्षों से अधिक समय से बस्तियों में निवास कर रहे है और उनके पास पानी, बिजली के बिल, राशन कार्ड, पहचान पत्र, आधार कार्ड व सभी कागज बस्तीवासियों पर उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि इन बस्तियों में सांसद, विधायक, पार्ष, नगर निगम, एमडीडीए, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग तथ सरकारी सभी विभागें ने इन बस्तियों का कार्य किया हुआ है परन्तु इन सभी बस्तीवासियों के मकान तोडने का नोटिस दिया गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने सभी को तीस जून तक हटाने को कहा गया है और पूर्व में नगर निगम ने कहा था कि 2016 के बाद नया निर्माण जिसने किया है उसे अतिक्रमण माना जायेगा लेकिन इन लोगों को भी नोटिस दे दिया गया है जो लोग तीस व चालीस वर्षों से बस्तियों में निवास कर रहे है।
इस अवसर पर नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर कहा गया कि इन सभी नोटिसों को तुरंत निरस्त किया जाये और गरीब लोगों ने मेहनत, मजदूरी करके अपने छोटे छोटे मकान बनावाये हुए है जिन्हें तोडा जाना उचित नहीं होगा। इस अवसर पर नगर निगम का घेराव करने व ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक राजकुमार, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, निवर्तमान पार्षद अर्जुन सोनकर, निखिल कुमार, मीना बिष्ट, अनूप कपूर, परमजीत ओबराय, राके पंवार, जहांगीर खाद, सुरेश चन्द्र, मुकेश, अर्चना, रेनू, आरती, सुशीला, अनिल सहित अनेकों कार्यकर्ता एवं बस्तीवासी शामिल रहे।