उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेरा दसौनी ने प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस वार्ता कर राज्य की कानून व्यवस्था पर धामी सरकार को आड़े हाथों लिया। दसौनी ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है, उत्तराखंड जो देवभूमि के नाम से देश विदेश में ख्याति प्राप्त है ,वहां आए दिन महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है।दसौनी ने कहा कि बीते रोज हरिद्वार के बहादराबाद से जो खबर सामने आई है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है, हरिद्वार के बहादराबाद में एक नाबालिग बच्ची के के साथ न सिर्फ गैंगरेप हुआ बल्कि दुष्कर्म के बाद उस बच्ची की नृशंस और जघन्य हत्या तक कर दी गई
गरिमा में कहा कि इस पूरे हत्याकांड को अंजाम सत्ता रूढ़ भाजपा के प्रधान पति अमित सैनी और ओबीसी आयोग के सदस्य आदित्य राज सैनी के द्वारा दिया गया। गरिमा ने कहा कि देहरादून जो उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी है जहां मंत्री से लेकर संतरियों तक की फौज है वहां महिलाओं के साथ अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। दसौनी ने कहा की देहरादून में ही 15 वर्षीय नाबालिग का मुंह बोले मामा के द्वारा दुराचार का मामला हो या पटेल नगर में 6 माह की बच्ची और उसकी मां का क्षत विक्षत शव जो कि दो-तीन दिन पुराना था वह पाया गया है ।
देहरादून में ही उपनल कर्मी द्वारा खुद को वन बता कर आरक्षी के साथ दुष्कर्म किया गया जो कि नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र का मामला है। देहरादून के कैंट में शादी का झांसा देकर महिला के साथ कई महीनो से दुराचार किया जा रहा था। देहरादून के ही पटेल नगर में 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची जो की शौच के लिए बाहर गई थी वह घर से थोड़ी ही दूर पर निर्वस्त्र नग्न अवस्था में पाई गई। हल्द्वानी के बनभूलपुरा से दो छात्रों का लापता हो जाना, द्वाराहाट की 19 वर्षीय दलित युवती के साथ शराब का नशा करा कर तीन युवकों द्वारा गैंग रेप किया जाना, साहनी आत्महत्या कांड और प्रॉपर्टी डीलर रवि बडोला की दिनदहाड़े हत्या बताता है की प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज बची नहीं है। दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया है, अपराधियों और बलात्कारी के अंदर पुलिस प्रशासन का कोई डर भय या आतंक नहीं है।
दसौनी ने धामी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा की धाकड़ धामी को आत्ममुग्धता से बाहर आना चाहिए और प्रदेश में क्या चल रहा है इसका संज्ञान लेना चाहिए चाहे धामी के मंत्रियों के विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार हो या महिलाओं के साथ अपराध और दुष्कर्म ऐसा लगता है कि या तो मुख्या इन सभी बातों से अनजान हैं या फिर अंजान बने रहना चाहते हैं। दसौनी ने प्रदेश की भाजपा सरकार को पर हमला करते हुए कहा की प्रदेश की जनता ने अपना प्रेम विश्वास और सर्वस्व भारतीय जनता पार्टी पर न्योछावर करते हुए 2017 में 57 का प्रचंड बहुमत और 2022 में 47 का प्रचंड बहुमत भारतीय जनता पार्टी पर लुटाया इतना ही नहीं एक बार नहीं तीन-तीन बार प्रदेश के पांचो सांसद भारतीय जनता पार्टी की झोली में डालने का काम किया ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की यह जिम्मेदारी थी कि वह प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करें और प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएं परंतु उपरोक्त सभी गंभीर मामलों का ना तो महिला आयोग संज्ञान ले रहा है और ना ही महिला एवं बाल विकास मंत्री का खेद प्रकट करते हुए कोई बयान सामने आया है। दसौनी ने कहा कि भाजपा सरकार बताए की आखिर उत्तराखंड की जनता को किस बात की सजा मिल रही है? क्यों आज भाजपा राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं? प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट मौजूद रहे।