आज इ एम ए ने अपना 36 वा स्थापना दिवस बडी धूमधाम से मनाया होटल एस जे पैराडाइज, माजरा देहरादून में आयोजित स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि एच ओ डी पी जी डिपार्टमेंट ऑफ़ शालाकय तंत्र राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान डीम्ड यूनिवर्सिटी भारत सरकार जयपुर डॉ रतन पाल सिंह चौहान, समारोह अध्यक्ष इ एम ए इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पी एस चौहान, राष्ट्रीय महासचिव डॉ एन एस ताकुली तथा प्रदेश अध्यक्ष डा मुकेश चौहान, डॉ वी एल अलखानिया, डॉ एस के गुज्जर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए इ एम ए इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पी एस चौहान ने कहा कि 1989 में स्थापित किया गया संगठन इ एम ए आज एक वट वृक्ष बन कर अंतराष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सकों एवं सिस्टम के लिए काम कर रहा है। समारोह में डॉ रतन पाल सिंह चौहान ने कहा कि इलेक्ट्रोहोम्योपैथी भी आयुष चिकित्सा का ही भाग है और आयुर्वेद की पूरक हैं। प्रकृति को आयुर्वेद में वात, इलेक्ट्रोहोम्योपैथी में रस, आयुर्वेद में पित्त, इलेक्ट्रोहोम्योपैथी में रक्त, आयुर्वेद में कफ, इलेक्ट्रोहोम्योपैथी में मिश्रित प्रकृति के नाम से जाना जाता है । यह चिकित्सा और इसका डायग्नोसिस बहुत ही एडवांस हैं। मैं इससे प्रभावित होकर आज से अपने जीवन के दस वर्ष इ एम ए तथा इलेक्ट्रोहोम्योपैथी को समर्पित कर रहा हूं। समारोह संगीत मय एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से ओतप्रोत रहने के साथ साथ भारत में प्रचुरता से बढ़ रहे कैंसर रोगियों पर चिंतन एवं कैंसर रोधी इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा विषय पर अनुसंधान, चर्चा एवं व्याख्यान भी दिए गए।
समारोह में जम्मू कश्मीर से पधारे इ एम ए इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अययाज अहमद सहित चिकित्सा एवं कैंसर रिसर्च क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को इ एम ए की ओर से एवारड आफ आनर, गंगा जली एवं रूद्राक्ष की माला डा रतन पाल सिंह चौहान ने प्रदान किए । समारोह का संचालन डा ऋचा आर्य ने किया। समारोह के सफल आयोजन में डॉ कमलेश खंडूरी, डॉ एम एस कश्यप, डा सी पी रतूड़ी, डा सुखबीर द्विवेदी, डा समीर यादव, डॉ कैलाश बर्थवाल, डा डी सी चमोला, वी के सैनी का विशेष योगदान रहा ।समारोह संगीत मय एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ओतप्रोत रहा।