प्रदेश में सेब उत्पादन और मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए पहली सेब नीति का प्रस्ताव तैयार हो गया है। इस नीति में पांच हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नए सेब के बगीचे लगाने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित करेगी। 0.2 से 20 हेक्टेयर भूमि पर किसान सेब बगीचे तैयार कर सकते हैं।प्रदेश में हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले को छोड़ शेष 11 जिलों के पर्वतीय क्षेत्रों में सेब का उत्पादन किया जाता है, लेकिन अभी तक उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू कश्मीर से सेब उत्पादन में पीछे हैं। प्रदेश में उत्तरकाशी सेब उत्पादन में अग्रणी है। कुल 25785 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 62 हजार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन किया जाता है।
कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा
पहली बार सेब नीति लागू कर सरकार का उत्पादन बढ़ाने पर जोर है। जिस किसानों के पास कम जमीन है, उन्हें भी सेब की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। नीति में 0.2 हेक्टेयर से 20 हेक्टेयर तक सेब बगीचे लगाने के लिए सरकार उन्नत किस्म के सेब के पौधे मुहैया कराएगी। इसके अलावा सेब के पौधे मुहैया कराने, तकनीकी जानकारी के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि पहली बार सरकार सेब नीति लागू करने जा रही है। इसका प्रस्ताव तैयार हो गया है। इस नीति पर प्रदेश के किसानों से भी सुझाव लिए जाएंगे। जिन्हें नीति में शामिल किया जाएगा। इसके बाद ही नीति का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा जाएगा।