मुख्य वन संरक्षक डा॰ धनंजय मोहन ने अन्त में अपने सम्बोधन में ने सयुंक्त नागरिक संगठन की पहल का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि समाज में हमें आपस में समन्वय बनाकर या सुझावों के माध्यम से और मानव को स्वयं ही पहल करनी होगी। हमने बाहरी वनों से आच्छादित क्षेत्र में बेहतरीन बढ़ोतरी की हैं जबकि अर्बन क्षेत्र में आबादी के बढ़ते घनत्व के कारण काफी वनों को नुकसान हुआ हैं।
सयुंक्त नागरिक संगठन के साथ विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा हमें बहुत अच्छे सुझाव जो आज मिले हैं वन लगाने से लेकर वन बचाने तक व साथ ही वनाग्नि बचाने और अन्य संस्थाओं के साथ समन्वय बनाकर वन विभाग प्रगति की ओर बढ़ेगा। उनके साथ वन संरक्षक राजीव धीमान व जिला वन अधिकारी नीरज शर्मा के साथ ही अपर सचिव वन कहकशा नशीन ने भी अपने विचार व धन्यवाद प्रकट किया