डोर फाउंडेशन द्वारा आज अपराह्न 12, अगस्त, 2023 को हिमालयन कल्चर सेण्टर, कौलागढ़, देहरादून में आयोजित “वीविंग ड्रीम्स विथ डोर ” कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। उत्तराखंड के श्री राज्यपाल महामहिम, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) ने मुख्य अतिथि के रूप में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित अतिथियों और विद्यार्थियों को सम्बोधित किया। उन्होंने डोर फाउंडेशन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए इसे अत्यन्त पुण्य और सर्वश्रेष्ठ सामाजिक योगदान बताया। उन्होंने समाज के अन्य सक्षम व्यक्तियों संस्थाओं से भी निर्धन मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ाने के कार्य करने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डा० हेम चंद्रा ने डोर के इस प्रयास के लिए पूरी टीम को बधाई दी। डा आशुतोष सयाना निदेशक चिकित्सा शिक्षा निदेशालय , देहरादून द्वारा सभी संस्थानों को इस मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया। सीआईएमएस के चेयरमैन ललित जोशी ने कहा कि इस प्रकार की मुहीम उत्तराखंड के युवाओं के लिए वरदान होगी। ललित जोशी ने उत्तराखंड के सभी संस्थाओं से आह्वान किया कि सभी संस्थान कम से कम 10 बच्चों को अपने संस्थानों में निःशुल्क प्रवेश देना चाहिये। इस दोरान संस्था के अध्यक्षा संयोगिता केडिया और एचएनबी मेडिकल के कुलपति डा० हेम चंद्रा, चिकित्सा शिक्षा निदेशक आशुतोष सयाना द्वारा संयुक्त रूप से ललित जोशी को आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निःशुल्क उच्च शिक्षा देने के लिए सम्मानित किया।
डोर फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती संयोगिता केडिया ने इस अवसर पर विगत तीन वर्षो में किए गए सामाजिक योगदान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन तीन वर्षों में फाउंडेशन की ओर से लगभग 180 प्रतिभाशाली, आर्थिक रूप से अक्षम बच्चों के लिए देहरादून और उसके आसपास के प्रतिष्ठित कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि डोर की स्थापना 2020 में प्रत्येक छात्र को समान उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने की दृष्टि से की गई थी।
श्रीमती केडिया ने बताया कि अपनी स्थापना के बाद से, डोर ने देहरादून में अग्रणी निजी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के साथ साझेदारी करने के लिए अथक प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि इन विश्वविद्यालयों में से अनेक की सहभागिता से सिर्फ इस वर्ष में ही फाउंडेशन ने 100 से अधिक योग्य छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान की है। उन्होंने बताया कि डोर अपने छात्रों को डोर मेंटरशिप कार्यक्रम के माध्यम से सशक्त बनाता है और कैरियर परामर्श एवं कौशल विकास कार्यशालाएं प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि डोर फाउंडेशन अपने पूर्व छात्रों को इंटर्नशिप और नौकरी प्लेसमेंट प्राप्त करने में सहायता भी प्रदान करता हैं। उन्होंने कहा कि हम पूरे दिल से मानते हैं कि शिक्षा एक उज्जवल भविष्य को संवारने और व्यक्तियों को हमारे राज्य की उन्नति में सार्थक योगदान देने में सक्षम बनाने की कुंजी है।
श्रीमती केडिया ने बताया कि डोर उत्तराखंड के विभिन्न पर्वतीय जनपदों व विषम परिस्थितियों में रहने वाले लेकिन कुशल और आर्थिक रूप से विपन्न बच्चो की उच्च शिक्षा के लिए प्रयासरत है । उन्होंने पुरे समाज को डोर की उत्तराखंड के उच्च शिक्षा एवं साक्षरता के इस मिशन में सहभागिता के लिए आह्वाहन किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंशा की , मंच का सञ्चालन श्री कवीन्द्र सिंह मेहता (RJ काव्या) ने किया इनके अलावा गूंज संस्था के अध्यक्ष अंशुल गुप्ता, सीआईएमएस कालेज के चेयरमैन ललित जोशी, केयर कालेज के राजकुमार शर्मा, जेडीएस वार्ने, निशांत थपलियाल, सहित अनेक कालेजों के चेयरमैन उपस्थित रहे। समारोह के अन्त में डोर संस्था के अध्यक्षा संयोगिता केडिया ने माननीय मुख्य अतिथि श्री राज्यपाल महोदय सहित सभी उपस्थित अतिथियों, विद्यार्थियों और अन्य गणमान्य का आभार व्यक्त किया।