समाज में व्याप्त अव्यवस्थाओं, भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण, असमानताओं, माफियाओ के खिलाफ आवाज उठाने वाले भी देशभक्त हैं।पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सौहार्द, पारस्परिक एकजुटता, भाईचारे को मजबूत बनाने में सक्रिय समाजसेवी भी इसी श्रेणी में आते हैं और यह किसी परिचय के मोहताज नहीं है।यह उदगार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,कामरेड मास्टर करतार सिंह की 24 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित “वो यादगार लम्हे” नामक कार्यक्रम में उनके पुत्र सुशील त्यागी ने व्यक्त किये। कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से राज्य अतिथि गृह, कैंटरोड, देहरादून में किया गया था।
संचालन अवधेश शर्मा ने कीया।इस अवसर पर सेनानी के सामाजिक,राजनीतिक,भारत सोवियत मैत्री मे योगदान से संबंधित इनके पौत्र विकास त्यागी द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म “श्रद्धांजलि” का भी प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा साम्यवादी विचारो के दिवंगत सेनानी ने जहां ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ किए गए आंदोलन में कारावासो की सजायें भुक्ति वहां आजादी के बाद इन्होंने आखिरी सांस तक सेनानियों को एकजुट करते हुए समाज में देश प्रेम,समाजवाद की लौ जलाए रखने का प्रयास किया।इनमे शहीद भगत सिंह, हकीकत, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, समाधि जैसी देशभक्ति की फिल्मों का सार्वजनिक प्रसारण शामिल था।
भावनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से श्रद्धासुमन व्यक्त करने वाले वक्ताओं में आर एस कैनथुरा,एडवोकेट रविसिंह नेगी, अवधेशपंत,मधु त्यागी, कल्पना बहुगुणा,जगमोहन मेहंदी रता, विशंभरनाथ बजाज, कर्नल विक्रमसिंह थापा, ब्रिगेडियर केजीबहल,मुकेशनारायण शर्मा, सुशील त्यागी, विनोद नौटियाल, जीएस जस्सल,प्रदीप कुकरेती, पदम सिंह थापा,आरपीएस रावत,रूची त्यागी,शेरिंग लयुडिंग आदि शामिल थे।सेनानी के चित्र पर पुषपांजली के साथ नमन कर सम्मान व्यक्त करने वालों में उषाकोठारी, ऋषिका चौहान, प्रेमखन्ना, सत्यप्रकाश चौहान, आशा टम्टा, अंकितानेगी,एमएल टम्टा, दीपचंद शर्मा, गिरीशचंद्र भट्ट, सुशील भंडारी,पदमाशाही, शक्तिप्रसाद डिमरी, श्याम राणा, नंदकिशोर त्रिपाठी, ठाकुर शेरसिंह, पूर्णिमा,गीता बिष्ट,जितेंद्र डडोना,चंदनसिंह नेगी, मनमोहन गोयल, राजेंद्र अग्रवाल, कर्नल वाईएस थापा, उपेंद्र बिजलवान, प्रमोद उप्रेती,प्रकाश नागिया,बीनाशर्मा, भरतसिंह नेगी, महेश बंसल, सुशील सैनी,मधु गोयल, हर्षनिधि शर्मा, अवधेश शर्मा, आदि शामिल थे।