” एक वार्ड एक पार्षद ” जहां एक ओर राजनीतिक दलों द्वारा अपने केन्द्रीय स्तर के श्रेष्ठ नेताओं के देहरादून में आकर किसी रैली को संबोधित करने के लिए चार वार्डों में बंटे शास्त्री नगर क्षेत्र से बसों में भरकर भीड़ लाने का काम करती हैं वहीं इन राष्ट्रीय दलों ने कभी भी इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान करने की पहल नहीं की, वार्ड नम्बर 40 निवासी सुनील घिल्डियाल ने बताया कि शास्त्री नगर जिसे वार्ड नम्बर 39,40,41,42 में विभाजित किया गया है, उन्होंने बताया कि जब-जब शास्त्री नगर को चारों वार्डों से हटाकर एक अलग वार्ड नहीं बनाया जायेगा तब तक वहां पर पैदा होने वाली किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता,यही मांग शास्त्री नगर वाले भी काफी समय से कर रहे हैं उनका कहना है कि हम लोग बहुत परेशान हैं एक पार्षद को अपनी समस्या बताओ तो कहते हैं कि यह मेरे वार्ड में नहीं आता तो फिर ऐसे में समस्याओं का समाधान कैसे हो इसीलिए आज तक लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है चुनाव आते ही सभी पार्टियों के नेता सुबह शाम हाथ जोड़कर घूमते नजर आते हैं लेकिन आजकल कोई भी नजर नहीं आ रहे, सुनील ने बताया कि आजकल नगर निगम वार्डों के सीमांकन का आंकड़ा व मानचित्र तैयार कर रहा है, नगर निगम भी शास्त्री नगर को परेशानियों में उलझाकर रखना चाहता है, ताकि विवाद का विषय बना रहे, कभी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के चैम्बरों से आने वाला मलवा लोगों के घरों व सड़कों पर तैरता नजर आता है तो कभी बरसात में पानी में घरों का सामना, नगर निगम अधिकारियों ने क्या कभी क्षेत्र में भ्रमण कर समस्या को समझा है, शायद कभी भी नहीं और ना ही समझेंगे, नगर निगम का काम केवल टैक्स लेना है समस्याओं का समाधान करना नहीं, रिपोट – राजीव गुप्ता