इस अवसर पर मुख्य अतिथि ऑल इंडियन कांग्रेस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष गौड़ उपस्थित रहे, पीयूष गौड़ ने कहा कि अहिंसा की पुजारी महात्मा गांधी को देश ही नहीं पूरे विदेश में भी सम्मान दिया जाता है। बैरिस्टर बनने के बाद 1893 में गांधी जी एक कानूनी मामले के लिए साउथ अफ्रीका गए। लेकिन वहां जब उन्हें नस्लभेदी टिप्पणियों और भेदभाव का सामना करना पड़ा, तो उनके जीवन की दिशा ही बदल गई। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय को उनके रंग रूप के कारण संघर्ष करता देख उनकी लड़ाई लड़ने का फैसला किया। यही उनके जीवन का वो मोड़ था जब गांधी जी की सत्याग्रह की विचारधारा का जन्म हुआ।
इस अवसर पर संस्कार ग्लोबल स्कूल की प्रधानाचार्य सपना आले, व्यवस्थापक इंद्र कुमार आले,पूजा राणा ,सरिता चमोली, कुमारी नीलिमा, कंचन मंडल, रीना राणा, सना परवीन, भावना राणा, गुरमीत कौर, संगीता थापा ,सरोज थापा, गोविंद सिंह थापा, वार्ड 90 के पूर्व पार्षद मोहन गुरुंग,पीएस पठानिया, डंबर राय, सुरेंद्र थापा, डी एस छेत्री आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे