प्रथम नवरात्र के दिन मां कालिका जी का अभिषेक एवं नवीन वस्त्र धारण कराए गए. मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा मंदिर में घट स्थापना किया गया व सभी देवी देवताओं को आमंत्रित कर उनका पूजन किया गया जिसमें घंटी पूजन, शंख पूजन, सूर्य पूजन, गणेश पूजन लक्ष्मी पूजन, व नवग्रह पूजन अनादि देवताओं का पूजन पुजारी द्वारा किया गया. तत्पश्चात अपार भक्तों द्वारा मां की सामूहिक आरती हुई. मंदिर समिति द्वारा आमंत्रित किए गए उत्तराखंड से विद्वान 54 ब्राह्मणों को तिलक किया गया तत्पश्चात सभी ब्राह्मणों ने संकल्प लेकर मां दुर्गा सप्तशती का पाठ व माँ दुर्गा का जाप प्रारंभ किया ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ व जाप प्रातः एवं सायकल दोनों समय चलता रहेगा.
मां कालिका प्रज्ञा यज्ञशाला में दैनिक यज्ञ के साथ आज दुर्गा सप्तशती गायत्री मृत्युंजय, श्री विष्णु सहस्रनाम, नवग्रह आदि मंत्रों के माध्यम से समस्त विश्व कल्याण हेतु उपद्रव शांति हेतु आहुतियां प्रदान की गयी जो कि दैनिक हवन के साथ दशहरे के दिन तक जारी रहेगी. श्री सिंदुरिया हनुमान मंदिर में मंदिर के ही मुख्य पुजारी के नेतृत्व मे श्री राम चरित्र मानस का नवाहन पाठ प्रारंभ हुआ जिसमें भी घट स्थापन, गणेश पूजन, लक्ष्मी पूजन,भगवान शंकर पूजन, सूर्य पूजन, नवग्रह पूजन अनादि देव का पूजन मंदिर के पुजारी द्वारा किया गया . प्रातः 9:30 बजे से मां अन्नपूर्णा में सर्वप्रथम पधारे हुए 54 ब्राह्मणों व संत समाज ने जलपान प्रसाद ग्रहण किया तत्पश्चात अपार भक्तो द्वारा जलपान किया गया. दोपहर 12:30 बजे मंदिर प्रांगण में विशेष भंडारे का आयोजन किया गया.
सायकल 5:00 बजे मंदिर खुलने के पश्चात 54 ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रारंभ हुआ जो कि 7:00 बजे तक चला तत्पश्चात मां जगदंबा की सामूहिक आरती 54 ब्राह्मण व अपार भक्तों द्वारा की गई. आरती से पूर्व सर्वप्रथम दुर्गा चालीसा दुर्गा कवच का पाठ हुआ तत्पश्चात मां की आरती हुई आरती के पश्चात प्रसाद वितरण हुआ. मंदिर समिति के प्रचार मंत्री श्री संजय आनन्द ने बताया कि 54 ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रातः एवं सायकल दोनों ही समय चलेगा तथा श्री सिंदुरिया हनुमान मंदिर मे रामचरित मानस का नवाहन पाठ चलेगा.