शिमला बाई पास रोड गणेशपुर स्थित स्मारक पर गौरव सेनानी एसोसिएशन उत्तराखण्ड ने 26/11 के उत्तराखण्ड के लाल वीर अमर शहीद कमांडो गजेन्द्र सिंह बिष्ट, अशोक चक्र को श्रद्धांजलि अर्पित की शहीद की धर्मपत्नी श्रीमती विनीता बिष्ट व पुत्र गौरव बिष्ट ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए ।और सभी ने 2 मिनट का मौन धारण करके शहीद को याद किया ।28 नवंबर आज ही के दिन 26/11 मुम्बई ताज हमले के दौरान नज़दीक नरीमन हाउस में छिपे हुए आतंकवादियो को खदेड़ने के लिए पैरा कमांडो को तैनात किया गया था और कमांडो गजेन्द्र सिंह बिष्ट ने हैलीकाप्टर से उतरकर नरीमन हाऊस में प्रवेश किया और 2 आत्मघाती आतंकवादियो को मार गिराया और आगे बढे लेकिन एक आतंकवादी ने उन पर ग्रैनेड से हमला कर दिया फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फायर करते हुए आगे बढ़े और दुश्मनों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए और उत्तराखण्ड का लाल हमेशा से लिए अमर हो गया और 26 जनवरी 2009 को शहीद गजेन्द्र सिंह बिष्ट को मरणोपरांत वीरता के प्रतीक अशोक चक्र से नवाज़ा गया ।
शहीद स्मारक गणेशपुर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जब आज सुबह जब लगभग आधे घंटे तक सब एरिया द्वारा रीत परेड का इंतज़ार किया गया लेकिन काफ़ी समय बीत जाने पर राह देखते हुए भी कोई भी नहीं पहुँचा जब कि शहीद की पत्नी द्वारा गौरव सेनानी का प्रतिनिधिमंडल एक लिखित लेटर द्वारा सब एरिया कर्नल वेटरन उत्तराखण्ड को दिया गया था और कर्नल वेटरन ने आश्वासन भी दिया गया था कि सब एरिया से आयेंगे ।वीर अमर शहीद की धर्मपत्नी श्रीमती विनीता बिष्ट ने चैनल के माध्यम से बताया कि मेरे पति देश ने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और अशोक चक्र एक बहुत बड़ा अवार्ड है लेकिन आज इसका महत्त्व न शहीद परिवारों की देखभाल करने वाले सब एरिया समझता है न सरकार ।बार बार शहीद गजेन्द्र सिंह बिष्ट ,अशोक चक्र की पुण्यतिथि को अनदेखा किया जाता है आज शहीद स्मारक भी जर्जर हालत मे हैं शहीद की पत्नी ने सभी मीडिया व समाचार पत्र से गुहार लगाई कि मेरी आवाज़ शासन प्रशासन तक ज़रूर पहुंचाएं और वो शहीद के साथ ऐसा भेदभाव न करें ।ये कहते शहीद की पत्नी की आँखों में आँसू आ गए ।
आज श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सभी क्षेत्र वासियों,ग्रामवासियों के अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर राणा, विनय रावत पार्षद उपाध्यक्ष मनवर रौथाण,सचिव गिरीश जोशी,कोषाध्यक्ष बीरेन्द्र कंडारी,खुशाल परिहार,देव सिंह पटवाल,चित्र पाल सिंह,महावीर रावत,जगदीश नेगी ,प्रकाश बुटोला एवं सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्र शेखर जोशी,गुलशन सिंह,सतपाल सिंह अन्य पूर्व सैनिक मौजूद थे ।