पर्व राज पर्यूषण के शुभ अवसर पर आज शहर के सभी जैन मंदिरों में पूरी भक्ति और आराधना के साथ पूजा अर्चना की गई

पर्व राज पर्यूषण के शुभ अवसर पर आज शहर के सभी जैन मंदिरों में पूरी भक्ति और आराधना के साथ पूजा अर्चना की गई जिसमें गांधी रोड स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जैन भवन में 105 आर्यिका आनंदमती माताजी के मंगल सानिध्य में पूजा अर्चना एवम सर्वप्रथम भगवान का अभिषेक एवं शांति धारा का सौभाग्य श्री संदीप जैन आदित्य जैन ,प्रक्षाल जैन मेरठ श्री अमित जैन , आशुतोष जैन हरिद्वार को एवं पांडुकशिला पर भगवान का प्रथम कलश एवं शांति धारा करने का सौभाग्य श्री अरुण जैन को प्राप्त हुआ..

उत्तम आर्जव धर्म के बारे में बताते हुए पूज्य आनंदमती माताजी ने कहा कि छल कपट के अभाव रूप सहज सरल स्वभाव की प्रगटता उत्तम और जब धर्म है आर्जव अर्थात ‘मायाचारी का अभाव। वह मायाचारी का अभाव जब सम्यकदर्शन के साथ होता है, तब उत्तम आर्जव धर्म नाम पाता है। मन वचन की सरलता अर्थात कुटिलता का न होना ही उत्तम आर्जव धर्म है। कपट को मिटाना जीवन में सरलता धारण करना, जो सोचना वही कहना, जो कहना सो करना ही उत्तम आर्जव है।

मीडिया संयोजक मधु जैन ने बताया कि दशलक्षण पर्व साल में तीन बार मनाया जाता है लेकिन मुख्य रूप से यह पर्व भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से लेकर चतुर्दशी तक मनाया जाता है। दशलक्षण पर्व में जैन धर्म के जातक अपने मुख्य दस लक्षणों को जागृत करने की कोशिश करते हैं। जैन धर्मानुसार दस लक्षणों का पालन करने से मनुष्य को इस संसार से मुक्ति मिल सकती है।

सभी जिन मंदिरो मे श्री जी की महाआरती की गयी। इसके पश्चात पूज्य आर्यिका आनंदमति माताजी एवं पूज्य क्षुल्लकरत्न समर्पण सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य मे रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमति रचना लोकेश जैन (रेस कोर्स) का उत्सव समिति द्वारा स्वागत किया गया इसके पश्चात श्रीमति सीमा आशीष जैन (राजेंद्र नगर) के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया।

महिला जैन मिलन मूकमाटी द्वारा उत्तम आजव धर्म के दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया कार्यक्रम का प्रारंभ महावीर प्रार्थना से किया गया उसके बाद अरिहंतो,सिद्धों, मुनियों की वंदना की गई, वंदना के पश्चात णमोकार महामंत्र पर एक सुंदर प्रस्तुति दी गई।तत्पश्चात गोमटेश बाहुबली नाटक का सुंदर मंचन किया गया जिसमें अपनी मां की भगवान बाहुबली के प्रति श्रद्धा और भगवान बाहुबली के दर्शनों की इच्छा को उनके पुत्र चामुंडा राय द्वारा पूरा किया गया इसमें बाहुबली भगवान का महामस्तक अभिषेक भी दर्शाया गया। कार्यक्रम में पर्यूषण आया है ,प्रभु का नाम रमता जइयो पर एक सुंदर नृत्य मूकमाटी की महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम मे मीडिया संयोजक मधु जैन,सचिन जैन, जैन समाज कोषाध्यक्ष श्री अनिल जैन, जैन भवन के मंत्री संदीप जैन, कोषाध्यक्ष श्री मनोज जैन, श्री नरेश चंद जैन, डां संजीव जैन, प्रवीण जैन संयोजक अजित जैन, अमित जैन, पंकज जैन, श्री सुखमाल चंद जैन, जैन मिलन मूकमाटी की अध्यक्षा श्रीमती संगीता जैन, मंत्री श्रीमती पूनम जैन, सरिता जैन, बीना जैन, मोनिका जैन आदि बड़ी संख्या मे समाज के महानुभाव उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *