फसलों के एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर जारी आंदोलन के बीच पंजाब हरियाणा के किसानों पर किए जा रहे अत्याचार से तराई के किसान भी बेहद खफा नजर आ रहे हैं। इन किसान जत्थेबंदियों ने सभी किसानों को अपने-अपने ट्रैक्टर तैयार रखने के आदेश दे दिए हैं। इतना ही नहीं संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल पर किसानों ने दिल्ली कूच की चेतावनी दे दी है।
गुरुवार को गुरुद्वारा सिंह सभा के गुरु रामदास हॉल में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अध्यक्षता में किसानों की एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में पहुंचे किसानों को संबोधित करते हुए कर्म सिंह पड्डा ने कहा कि सरकार अपनी तानाशाही पर उतर आई है। केंद्र सरकार आज जिस तरह अन्नदाता और जवानों को आमने-सामने लाकर लड़वा रही है, उसे पूरा देश देख रहा है।
उन्होंने कहा कि अन्नदाता सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं, जबकि ये वहीं मांगें हैं जो इससे पहले आंदोलन के दौरान सरकार ने पूरा करने का वादा किया था। तराई के किसान पूरी तरह से तैयार हैं, ऐसे में बस इन किसानों को संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं की कॉल का इंतजार है। बुलावे के तुरंत बाद यहां के किसान बड़ी संख्या में दिल्ली कूच करेंगे।
तय किया गया कि अगर किसानों को खनोरी व शंभू बॉर्डर से आगे नहीं जाने दिया जाता तो भविष्य में यूपी उत्तराखंड के किसान भी खनोरी और शंभू बॉर्डर पहुंचेंगे और अगर किसान दिल्ली पहुंचते हैं तो दिल्ली कूच किया जाएगा। साथ ही ग्रामीण भारत बंद को लेकर 4 घंटे तक चीनी मिल बंद रख विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।
वाहनों में तेल डलवा लें
तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तेजेंद्र सिंह विर्क ने कहा कि सभी किसान तैयार हो जाओ और वाहनों में तेल डलवा लो, अब जल्द ही दिल्ली कूच करना होगा और सरकार से दो-दो हाथ करने होंगे।
बाजपुर। भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि बाजपुर के 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को लेकर चल रहे भूमि बचाओ आंदोलन पर चर्चा करते हुए किसानों ने 20 फरवरी को बाजपुर में प्रस्तावित महिला मार्च की तैयारी पर भी चर्चा की और शांतिपूर्वक महिला मार्च करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हम ें हक नहीं मिल जाता।
ये लोग रहे मौजूद
बैठक को भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां के महेंद्र सिंह रंधावा, लखविंदर सिंह, अजीत प्रताप सिंह रंधावा, प्रताप सिंह संधू आदि ने भी संबोधित किया। बैठक में विजेंद्र सिंह डोगरा, प्रताप सिंह संधू, हरप्रीत सिंह निज्जर, जसवीर सिंह, बलदेव सिंह, गुरविंदर सिंह, करणवीर खैर, रतन बाजवा, निशान सिंह, दलेर सिंह रंधावा, राजकिशोर सिंह, उपकार संधू, गुलजार सिंह आदि थे।