हल्द्वानी में जिस अवैध मदरसे को तोड़े जाने की वजह से हिंसा भड़की अब उसकी जगह पुलिस चौकी खुल गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ऐलान के मुताबिक यहां थाना खुलेगा। शुरुआत चौकी से कर दी गई है। वनभूलपुरा स्थित मलिक का बगीचा में मंगलवार को देखरेख पुलिस चौकी का शुभारंभ कर दिया गया। इसका उद्घाटन डीआईजी कुमाऊं रेंज और उपद्रव में चोटिल हुईं महिला दरोगाओं ने संयुक्त रूप से किया। इसके साथ ही एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से इस चौकी के लिए पुलिस कर्मियों से लेकर पीएसी एवं पैरामिलिट्री रे जवानों की तैनाती भी कर दी है। वहीं सोशल मीडिया पर भी अतिक्रमण मुक्त स्थल को पुलिस का बगीचा कहा जा रहा है।
सोमवार सीएम पुष्कर धामी ने हरिद्वार में जनसभा के दौरान वनभूलपुरा में अतिक्रमण मुक्त कराए गए स्थान पर पुलिस थाना खोलने की घोषणा की थी। सीएम की घोषणा के बाद एसएसपी नैनीताल पीएन मीणा ने नया थाना भवन बनने तक इस स्थान पर देखरेख पुलिस चौकी शुरू करने के आदेश करते हुए पुलिस बल की तैनाती भी कर दी थी। मंगलवार को डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ.योगेंद्र सिंह रावत ने नारियल फोड़कर देखरेख चौकी का शुभारंभ किया। 8 फरवरी को हुई वनभूलपुरा में हुए उपद्रव में चोटिल हुईं महिला एसआई ज्योति कोरंगा और एसआई बबीता ने इसका फीता काटा।
इस मौके पर एसएसपी मीणा ने कहा कि चोटिल महिला दरोगाओं से शुभारंभ कराने का उद्देश्य हमारे जवानों की हिम्मत और हौसले को प्रोत्साहित करना है। एसएसपी ने देखरेख चौकी के लिए एक सब इंस्पेक्टर, चार कांस्टेबल और पीएसी एवं पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया है। एसएसपी ने कहा कि जल्द ही थाना बनाने की कागजी प्रक्रिया को पूरा कर फाइल मुख्यालय को भेज दी जाएगी। इस मौके पर सीओ स्पेशल ऑपरेशन्स नितिन लोहनी, सीओ लालकुआं संगीता और एसओ वनभूलपुरा नीरज भाकुनी आदि मौजूद रहे।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ ‘पुलिस का बगीचा’
देखरेख चौकी का शुभारंभ होने की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची सोशल मीडिया पर इसका अलग ही स्वरूप दिखाई दिया। व्हाट्सएप से लेकर फेसबुक तक हर जगह सरकार के इस फैसले की सराहना की जा रही थी। इसी बीच लोगों ने टैगलाइन वायरल करना शुरू कर दिया कि वनभूलपुरा में अब मलिक का नहीं ‘पुलिस का बगीचा’ होगा। बड़ी संख्या में लोगों ने इसका समर्थन करते हुए पुलिस की सराहना की है।