उत्तराखंड में बिजली के दाम ऐक बार फिर बढ़ने वाले है। 1 अप्रैल से पूरे सालभर के लिए बिजली की नई दरें जारी की जाएंगी। इन दरों को तय करने से पहले उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग आम जनता से आपत्ति और सुझाव आमंत्रित कर रहा है।
इसके लिए पूरे प्रदेश में चार जगह सुनवाई का कार्यक्रम तय किया गया है। यदि आम जनता को एक अप्रैल से बिजली की महंगी दरों से बचना है तो इसके लिए आपत्ति दर्ज करानी होगी। नवंबर में ऊर्जा निगम की
ओर से बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजा गया था।
इस पर अब यूईआरसी ने आमजन से ऑनलाइन और ऑफलाइन आपत्तियां-सुझाव आमंत्रित किए हैं। इस बार अल्मोड़ा, रुद्रपुर, टिहरी और देहरादून में सुनवाई होगी। अल्मोड़ा में नगर पालिका सभागार में 19 फरवरी, रुद्रपुर के विकास भवन सभागार में 20 फरवरी में सुनवाई होगी।
इसी के साथ ही, टिहरी के जिला पंचायत सभागार में 24 फरवरी और देहरादून स्थित विद्युत नियामक आयोग में 26 फरवरी को सुनवाई होगी। इसके बाद आयोग मार्च अंतिम सप्ताह में बिजली दरों को जारी करेगा, जो एक अप्रैल से लागू होंगी।
बिजली की महंगी दरों पर राजनीतिक दलों समेत तमाम संगठन विरोध करते हैं, पुतले फूंके जाते हैं। लेकिन, जब सुझाव-आपत्ति मांगी जाती है तो कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि आपत्ति दर्ज कराने से परहेज करते हैं। आम जनता की ओर से भी गिने-चुने ही पहुंचते हैं। यह भी एक बड़ी वजह है कि हर साल बिजली दरों में इजाफा होता जा रहा है।
बिजली दरें फाइनल करने से पहले आमजन की आपत्ति और सुझाव भी आमंत्रित किए जा रहे हैं। सुनवाई कार्यक्रमों में आम जनता समेत उद्योग और व्यवसायी भी अपना पक्ष रख सकते हैं। नई दरें तय करने में इन सुझावों और आपत्तियों की अहम भूमिका रहती है।