उत्तराखण्ड राज्य नेपाली भाषा समिति द्वारा–शहीद कैप्टन दल बहादुरथापाजी आजाद हिंद फौज के 117वें जन्मदिवसपर -गोर्खाली सुधार सभा, गढी़ कैंट देहरादून में कार्यक्रम आयोजित किया गया |सर्वप्रथम मुख्य अतिथि गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष श्री पदम सिंह थापाजी , नेपाली भाषा समिति अध्यक्ष श्री मधुसूदन शर्माजी, श्री मेग बहादुर थापाजी ने दीप प्रज्वलित करते हहुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जन्मदिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये |
समितिके अध्यक्ष श्री मधुसूदन शर्मा ने कहा कि शहीद कैप्टन दल बहादुर थापा ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है |उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज की टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए बर्मा कोहिमा सीमापर वीरता से लड़े पर दुर्भाग्यसे उन्हें 28 जून 1944 को अंग्रेजों ने युद्धबंदी बना लिया |उनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाकर मृत्युदण्ड दिया| 03 मई 1945 को आजादी के दीवाने इस रणबाँकुरे ने हँसते हँसते फाँसी के फंदे को गले लगाकर भारतमाता की आजादी के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया | इनके अदम्य साहस और वीरता से प्रभावित होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने इन्हें कैप्टन पद से सम्मानित किया था |