उत्तराखण्ड जौनपुर क्षेत्र की प्रसिद्व लोक गायिका कुसुम नेगी द्वारा अपने जौनपुरी गीत का फिल्मांकन किया गया जिसमें जौनपुर के म्यांणी गांव ध्याणियों द्वारा स्थानीय देवता नागराज भगवान की नव निर्मित डोली की प्राण प्रतिष्ठा, जागरण व भंडारे को फिल्माया गया है जिसमे गांव की सभी ध्याणियों का विशेष सहयोग रहा।लोक गायिका कुसुम नेगी द्वारा आज तक 300 से अधिक गाने गाये है इतने जनता ने काफी सराहा है टीसीरीज कपंनी में लोग गायिका कुसुम नेगी का कारगिल युद्ध के दौरान, कश्मीर मा छिड़ी लड़ाई लड़ाई कू ऐगी रैबार/ छुटी बगवाड़ी छूटयो त्योहार घूटयो मां बापू को प्यार काफी सुपरहिट रहा।लोक गायिका कुसुम नेगी ने अपने 25 वर्षों के इस गायकी के सफर में राष्ट्रीय मंचों में भी प्रस्तुति दी जिसमें वर्ष 2001, 2007 एवं 2008 में 26 जनवरी को नई दिल्ली में उत्तराखण्ड के लोक गीत एवं लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
साथ ही भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा जनियर फैलोशिफ योजना (सांस्कृतिक शोध) वर्ष 2017 में उत्तराखण्ड जौनपुर जौनसार से जौनसारी लोकगीतों के लिए मात्र पहली महिला चयनित, वर्ष 2006 एवं 2007 को उत्तराखण्ड देहरादून में आयोजित युवा प्रतिभावान पुरस्कार योजना में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद तथा उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला द्वारा प्रथम पुरस्कार से चयनित किया गया। इसके साथ-साथ ऑल इण्डिया रेडियो आकाशवाणी नजीबाबाद / देहरादून केन्द्र से लोकगीत संगीत में बी हाई ग्रेड पास एवं उत्तराखण्ड संस्कृति विभाग द्वारा ए ग्रेड पास इसके अतिरिक्त दूरदर्शन देहरादून उत्तराखण्ड से लोकगीतों का प्रसारण भी किया।जौनपुर/जौनसार की लोक संस्कृति को जोडने वाली एक मात्र महिला कलाकार जिसने टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून का जौनसार बावर वाले क्षेत्र के लोक गीतों को संरक्षित किया गया।