सुशासन में भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) के योगदान तथा देश के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थान के गौरवशाली इतिहास और लम्बी विकासयात्रा को अभिचिह्नित करने के लिए भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के देहरादून स्थित चारों कार्यालयों में हर्षोल्लास के साथ ऑडिट सप्ताह का शुभारम्भ श्री राजीव कुमार सिंह, महालेखाकार द्वारा किया गया। इस दौरान, सुशासन के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप में ऑडिट की महत्ता के प्रति जनसामान्य तथा समस्त हितधारकों में जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
उधर शनिवार को नई दिल्ली स्थित सीएजी मुख्यालय में मा० ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष की उपस्थिति में ऑडिट दिवस मनाया गया। जिसमे भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक ने विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए भारत के बदलते परिदृश्य के साथ सीएजी के पूर्ण रूप से कम्प्युटरीकृत लेखापरीक्षा की तरफ कदम बढ़ाने की बात कही। साथ ही, माननीय लोकसभा अध्यक्ष ने अपने भाषण में विभाग की प्रासंगिकता एवं विगत उपलब्धियों की चर्चा करते हुये विभाग के महत्व को रेखांकित किया।
देहरादून के कौलागढ़ स्थित महालेखाकार भवन में ऑडिट सप्ताह के उद्घाटन के साथ दिनांक 18 नवंबर 2024 को श्री लोकेश दताल, उपमहालेखाकार एवं श्री मुकेश कुमार, उपमहालेखाकार के पर्यवेक्षण में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश द्वारा एक रक्तदान कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 43 अधिकारियों/कर्मचारियों ने रक्तदान किया गया।
ऑडिट सप्ताह के दौरान बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, महिलाओं के लिए रंगोली प्रतियोगिता, नेचरोपैथी शिविर, सामान्य भविष्य निधि से संबन्धित क्रियाकलाप पर कार्यशाला एवं स्थानीय निकाय की कार्यप्रणाली पर संगोष्ठी के अलावा अधिकारियों द्वारा कॉलेज और स्कूलों के छात्रों को सीएजी की भूमिका और जिम्मेदारी के बारे में जागरूक करने का कार्य भी किया जाएगा।