“वर्ल्ड वेटलैंड डे एवं वसंत पंचमी” के अवसर पर देहरादून के शिखर फॉल स्थित रिस्पना नदी के आसपास “नदी स्वच्छता कार्यक्रम एवं पौधारोपण

“वर्ल्ड वेटलैंड डे एवं वसंत पंचमी” के अवसर पर देहरादून के शिखर फॉल स्थित रिस्पना नदी के आसपास “नदी स्वच्छता कार्यक्रम एवं पौधारोपण” कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण गतिविधि द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रहरियों द्वारा दून घाटी स्थित शिखर फॉल स्थित रिस्पना नदी के आसपास व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें 40 किलोग्राम से अधिक पॉलीथिन, प्लास्टिक एवं कांच इत्यादि कचरा नदी से हटाया गया ।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक एवं पर्यावरण गतिविधि के महानगर प्रमुख डॉ भवतोष शर्मा ने कहा कि हमें अपने आसपास के जलस्रोतों जैसे छोटे बड़े जल धारों, नदियों, तालाबों, वेटलैंड्स आदि को स्वच्छ रखना होगा । यदि हमारे जलस्रोत स्वच्छ होंगे तो हमारा सतही जल एवं भूजल दोनों ही मात्रात्मक दृष्टि से एवं शुद्धता की दृष्टि से स्वस्थ होंगे और हमारा पर्यावरण एवं मानव स्वास्थ्य दोनों स्वस्थ होंगे ।
उन्होंने कहा कि रिस्पना नदी मसूरी की पहाड़ियों से निकलकर दून घाटी से होती हुई पहले सुसवा नदी में मिल जाती है जो आगे चलकर सोंग नदी से मिलती है और सोंग नदी आखिर में गंगा नदी में मिल जाती है । इस तरह यह रिस्पना नदी जो मसूरी से निकलती है और शिखर फॉल से होकर बहती है वह गंगा की ही एक उपसहायक नदी भी है । यदि हम गंगा की इन सहायक और उप सहायक नदियों की स्वच्छता और शुद्धता का ध्यान रखेंगे तो निश्चित ही भारत की गंगा नदी को स्वच्छ रख पाने में योगदान दे सकेंगे। इस अवसर पर शिखर फॉल स्थित नदी के सामाजिक एवं वैज्ञानिक अध्ययन हेतु जरूरी आंकड़े भी एकत्र किए गए । उन्होंने बताया कि देहरादून के उत्तरी भाग स्थित विभिन्न क्षेत्रों में जल की आपूर्ति हेतु रिस्पना नदी के ऊपरी भाग से प्राप्त जल को शुद्धीकरण करके आपूर्ति की जाती है । इसलिए भी नदी की स्वच्छता एवं शुद्धता दोनों आवश्यक हैं।

डॉ शर्मा ने बताया कि इस वर्ष “वर्ल्ड वेटलैंड डे” की जो थीम है वह “वेटलैंड्स फॉर अवर कामन फ्यूचर” अर्थात हम सभी के सुरक्षित भविष्य के लिए वेटलैंड्स का संरक्षण एवं उचित प्रबंध करना । आज नदी स्वच्छता कार्यक्रम के इस अवसर पर वसंत पंचमी का कार्यक्रम भी शिखर फॉल के समीप ही मनाया गया तथा वहां आसपास बेल, पीपल, आम के पौधों का रोपण भी किया गया । इस अवसर पर पर्यावरण प्रहरी श्री राजेश पंत, मुकेश छेत्री, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के शोध छात्र आकाश कुमार, एडवोकेट एवं सामाजिक कार्यकर्ता इशिता मैखुरी, भारतीय नौसेना में कार्यरत तुषार, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक एवं डीन डॉ अत्रि नौटियाल, इंजीनियर कंचन नौटियाल, नौशाद, ऋषभ सिंह, खुशी आदि पर्यावरण प्रहरियों द्वारा स्वच्छता अभियान में सक्रिय सहभागिता की गई स्वच्छता अभियान के पश्चात एकत्र किए गए प्लास्टिक कचरे को उचित स्थान पर पहुंचाया गया इस अवसर पर सभी पर्यावरण प्रहरियों द्वारा आने वाले समय में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मिल जुलकर कार्य करने का संकल्प भी लिया गया ।

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