विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यशाला में कई तकनीक और गुर बताये

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने श्री गुरु राम राय विश्विद्यालय के स्कूल ऑफ एजुकेशन विभाग में आयोजित एक कार्यशाला में शिक्षकों, छात्रों और प्रतिभागियों को मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत और जागरूकता पैदा करी और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कई तकनीक और गुर बताये। आत्महत्या की रोकथाम और आत्मघाती प्रवृत्ति को रोकने के लिए कई कारगर उपाय बताये और किसी जान पहचान के व्यक्ति को ऐसी हानिकारक मानसिकता से बाहर निकालने के तरीके भी बताये और सिखाये।

मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि आज के आधुनिक सूचना जगत के अति कुशल नई पीढ़ी की मानसिक चुनौतियों को समझने और उनका बेहतर समाधान करने के लिए उपचार की प्राचीन पद्धति के साथ नई तकनीक के सामंजस्य से कम समय में अधिक प्रभावी परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। पेशेवर या उच्च शिक्षा में अध्ययन करने वाले छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य की नई तकनीकों के बारे में जानकारी रखते हुए इनका नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिये जिससे, मानसिक शारीरिक और कई तरह की सामाजिक चुनौतियों का सामना प्रभावी तरीके से किया जा सके।

नई पीढ़ी को मानसिक स्वास्थ्य से जुडे भ्रम और शर्मिंदगी की स्तिथि से निकल कर आत्मविश्वास के साथ इसके लिए बात करनी चाहिए और समाधान के लिए प्रयास करना चाहिए। आपको बता दें कि फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी मानसिक स्वास्थ्य की जागरुकता और उपचार के लिए निशुल्क परामर्श और थेरेपी की सुविधा देती है और लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए मदद करती है। इस अवसर पर प्रोफेसर मालविका कंडपाल, डॉ. आनंद कुमार, सुनिष्ठा सिंह, शिवाजी बनर्जी आदि उपस्थित थे।

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