अखिल गढ़वाल सभा के अध्यक्ष श्री रोशन धस्माना ने कहां की अमर शहीद श्री देव सुमन जी एक जननायक थे उन्होंने आम लोगों को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहते हुए हमेशा सच का सामना करने की प्रेरणा दी जो हमारे जीवन में हमेशा प्रेरणादायक रहेंगे, सभा के सांस्कृतिक सचिव पंडित उदय शंकर भट्ट जी ने श्री देव सुमन जी का जीवन वृतांत सुनाया की कैसे उन्होंने स्कूली दिनों से ही हमेशा देश और अपने समाज के लिए सच्चे और निस्वार्थ मन के साथ कार्य किया, उन्होंने बाल्य काल से ही गांधी जी के साथ अहिंसा की लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, टिहरी रियासत की राजशाही की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रजामंडल का गठन किया जिसमें बहुत से नौजवानों के साथ मातृशक्ति ने भी अपना सहयोग दिया और राजशाही ने उनका यह जन आंदोलन खत्म करने के लिए उन्हें जेल में डाल दिया.
लेकिन श्री देव सुमन जी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने जेल में ही अन जल त्यागते हुए अनशन शुरू कर दिया और अंत में 84 दिनों की लंबे अनशन के बाद उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया. सभा के महासचिव श्री गजेंद्र भंडारी ने कहा कि श्री देव सुमन जी के जीवन से हमें यही सीखने को मिलता है कि अगर ईमानदारी और निस्वार्थ भाव से कोई भी कार्य किया जाए तो उसमें हमेशा सफलता मिलती है ऐसी महान विभूति हमारे गढ़वाल में हुए यह हमारे लिए भी बड़े गौरव की बात है, इस अवसर पर श्रद्धांजलि देते हुए सभा के अध्यक्ष श्री रोशन धस्माना उपाध्यक्ष श्रीमती निर्मला बिष्ट महासचिव श्री गजेंद्र भंडारी, संस्कृति सचिव पंडित उदय शंकर भट्ट, संगठन सचिव डॉ सूर्य प्रकाश भट्ट, कोषाध्यक्ष श्री संतोष गैरोला, प्रबंध सचिव श्री विरेंद्र असवाल, श्रीमती लक्ष्मी बहुगुणा, श्रीमती हेमलता नेगी, श्रीमती द्वारिका बिष्ट, पंडित दिवाकर भट्ट, शालिनी उनियाल आदि उपस्थित थे.