डेंगू के विरुद्ध युद्ध स्तर पर कार्य करने के बावजूद, जन भागीदारी की कमी पर महापौर ने बुलाई समीक्षा बैठक

नगर निगम द्वारा लगातार जून माह से फॉगिंग की जा रही है, परंतु अगस्त माह से यह देखा गया है कि डेंगू के केसों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिस पर महापौर सुनील उनियाल गामा लगातार ग्राउंड जीरो पर नजर बनाकर फागिंग के अभियानों को और तेज किया‌है, जहां पहले एक बार फॉगिंग होती थी वहीं अगस्त माह से सुबह और शाम अलग-अलग फॉगिंग होने लगी है, इसके अतिरिक्त कोरोना के समय में इस्तेमाल में लाई गई 3000 लीटर की के टैंकों द्वारा एंटी लार्वा स्प्रे का भी निरंतर छिड़काव लंबे समय से गतिमान है।

इन अभियानों के अतिरिक्त नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार विभिन्न मीडिया के प्लेटफार्म द्वारा जन जागरूकता अभियान चला रहा है। इसके बावजूद डेंगू भी जन जागरूकता की कमी दिखाई दे रही है।

इस संपूर्ण स्थिति का गंभीरता से अवलोकन करने के पश्चात यह वस्तु स्थिति स्पष्ट हुई है कि, निजी भवन स्वामी एवं व्यवसायिक भवन स्वामी डेंगू के लार्वा को समाप्त करने की दिशा में लापरवाही बरत रहे हैं। लगातार बारिश भी हो रही है जो डेंगू के खतरे को और अधिक बढ़ा रही है। नगर निगम द्वारा कई बार ऐसा पाया गया है कि भवन स्वामी एवं प्रतिष्ठान स्वामी बारिश के जमा हुए पानी एवं अन्य माध्यमों से जमे हुए पानी के प्रति गहरी लापरवाही दिखाते हुए उसे अनदेखा कर रहे हैं जिससे वह (जमा हुआ पानी) डेंगू के लार्वे को पनपने में अत्यंत सहायक सिद्ध हो रहा है।

उपरोक्त सभी विषयों पर गहन विचार विमर्श कर, बैठक में लार्वा पनपने के प्रति लापरवाही दर्शाने वाले निजी एवं व्यवसायिक भवन स्वामियों के खिलाफ अब निगम एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर अभियान चलाएगा। बारिश पड़ने के बाद या अन्य माध्यम से जमे हुए पानी, जैसे कूलर का पानी,बाहर तुलसी के दीपकों, स्वान को दिए जाने वाले भोजन के कटोरो इत्यादि और अन्य स्थानों पर जमा हुआ पानी दैनिक रूप से हटा दिया जाना चाहिए या साफ कर देना चाहिए, जो भौतिक रूप से देखने में यह आया है कि ऐसा नहीं किया जा रहा है जिस कारण डेंगू का लारवा लगातार पनप रहा है।

अब स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम मिलकर भौतिक निरीक्षण करेगा जिसके अंतर्गत अगर निजी भावनों के स्वामियों के यहां अगर डेंगू का लारवा पनपते हुए प्राप्त हुआ, तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी। वहीं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा लापरवाही दिखाने पर भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

महापौर ने स्पष्ट किया कि बिना जन जागरूकता के डेंगू पर काबू पाना बिल्कुल भी आसान नहीं है, रुके हुए पानी को निजी भवन एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामी अनदेखा कर रहे हैं, वह पानी गंभीर रूप धारण कर मानव जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा बन रहा है।

महापौर सुनील उनियाल गामा ने देहरादून महानगर के अंतर्गत निवास करने वाले समस्त लोगों का आह्वान करते हुए कहा की अगर हम पानी को इकट्ठा न होने दें, तो हम स्थितियों को गंभीर बनने से पहले रोक सकते हैं। इसलिए प्रत्येक नागरिक को जागरूकता के साथ जमे हुए पानी को गिरना या झाड़ू मार कर साफ करना होगा।

बैठक में नगर आयुक्त श्री मनुज गोयल, सीएमओ देहरादून डॉक्टर संजय जैन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अविनाश खन्ना, डॉक्टर प्रदीप राणा, डॉक्टर के एस भंडारी,डॉक्टर चंदन रावत, जिला मलेरिया अधिकारी श्री सुभाष जोशी उपस्थित रहे।

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