आज विभिन्न राजनैतिक संगठनों सिपिआईएम ,सीपीआई ,यूकेडी ,बसपा ,भीम आर्मी ,आयूपी ,कांग्रेस ,सीआईटीयू ,एटक ,इन्टक ,उत्तराखण्ड आन्दोलकारी संयुक्त परिषद। नेताजी संघर्ष समिति मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया ।ज्ञापन जिलाधिकारी की ओर से उनके मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री राकेश कपिल ने लिया उन्होंने आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया ।
ज्ञापन में बस्तीवासियों की सुरक्षा हेतु तत्काल प्रभावी कदम उठाने सभी बस्तियों को मालिकाना हक देना सुनिश्चित करने की मांग की ।
ज्ञापन में निम्नलिखित बिंदुओं पर मांग उठाई गयी :-
(1 ) राज्य सरकार की रिस्पना-बिन्दाल के ऊपर 10 हजार करोड़ की एलिवेटेड रोड़ प्रस्तावित की गई जिसके तहत दोनों ओर बसाई बर्षों पुरानी बस्तियों को हटाने का प्रस्ताव है , ।इन बस्तीवासियों के लिऐ पुर्नवास एवं मुआवजे का प्रावधान किया
महोदय,हरेक योजना में बिस्थापन के मापदण्ड जैसे पुर्नवास तथा मुआवजा का प्रावधान होता है, किन्तु इस योजना में प्रभावित लोगों के लिऐ माननीय सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों को नजरअंदाज किया गया है ।
( _महोदय,देहरादून में इससे पहले चौराहा चौड़ीकरण,चकरौता रोड़ चौड़ीकरण,तहसील चौक ,डिस्पेंसरी रोड़ ,आराधर,सर्व चौक ,ई सि रोड़ ,बल्लूपुर,बल्लीवाला चौक ,मोहकमपुर फ्लाईओवर ,जोगीवाला सड़क चौड़ीकरण ,इन्दिरा मार्केट रि – डैवलपमैंन्ट परियोजना ,आढ़त बाजार सिफ्टिंग योजना में पुर्नवास एवं मुआवजा का प्रावधान रहा है किन्तु इस योजना में इन्हें अतिक्रमणकार कहकर सरकार ने जिम्मेदारी से बच रही है ।
( 2)वर्तमान सरकार द्वारा बार-बार बस्तियों की सुरक्षा तथा वहां रह रहे निवासियों को मालिकाना देने का फैसला सैन्ध्दा तिक रूप से स्वीकार किया है,जिसे व्यवहार में अविलम्ब लागू किया जाना चाहिए ।)_
( 3)एनजीटी के रिस्पना बिन्दाल कि बस्तियों को हटाने फैसले के बिरूध्द सरकार को तत्काल इसके बिरूध्द अध्यादेश लाना चाहिये ।
( 4)मान्यवर ,चन्द्रशेखर आजादनगर भट्टा द्रोणपुरी वार्ड के सभी कब्जाधारियों को मालिकाना हक सुनिश्चित किया जाना चाहिए ।
_ज्ञापन देने वालों पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष एवं सिपिआईएम जिलासचिव शिवप्रसाद देवली ,अनन्त आकाश सचिव सिपिआईएम देहरादून ,लताफत हुसैन केन्द्रीय महामंत्री यूकेडी ,बसपा के जिलाध्यक्ष दिग्बिजय सिंह माथुर ,पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डीएवी महाविद्यालय लेखराज ,आयेपि के केन्द्रीय महामंत्री बालेश बबानिया, एटक के महामंत्री एवं सिपिआई नेता अशोक शर्मा ,इन्टक जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ,सीआईटीयू के जिला उपाध्यक्ष भगवन्त पयाल ,नेताजी संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रभात डण्डरियाल ,कांग्रेस के महासचिव शोभा राम जनता दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष हरजिंदर सिंह ,पीपुल्स फोरम उत्तराखण्ड के अध्यक्ष जयकृत कण्डवाल ,रविन्द्र नौडियाल ,हरिश कुमार आदि शामिल थे ।